Kerala News: हाथी को 28 साल बाद ले गए थे मंदिर, जैसे ही मंदिर से निकला मार डाला महावत को!

Kerala Elephant Story: हाथी को 28 साल बाद मंदिर ले जाया गया था. इसके बाद पता नहीं वह क्यों भड़क गया और सारा गुस्सा अपने महावत पर ही उतार दिया. घटना के वक्त महावत हाथी को पानी पिला रहा था.
 
 
Kerala Elephant

Mahout Killed By Tusker: केरल (Kerala) के त्रिशूर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, यहां चंद्रशेखरन नाम के एक हाथी (Elephant) बेरहमी से महावत को मार डाला. बताया जा रहा है कि 28 साल के गैप के बाद हाथी को मंदिर जाया गया था. इसके बाद जब महावत हाथी को पानी पिला रहा था, तो हाथी भड़क गया और महावत को उठाकर पटक दिया. हाथी इतने पर ही नहीं रुका. उसने अपने एक दांत से महावत को चीर भी दिया. इस घटना के बाद से महावत डरे हुए हैं.

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हाथी के गुस्से का शिकार हुआ महावत: टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 36 साल के महावत को एक दांत वाले हाथी चंद्रशेखरन ने मार डाला.  दरअरसल, मेन महावत छुट्टी पर था और उसकी जगह एक दूसरा महावत रतीश आया था. लेकिन उसे नहीं पता था कि हाथी उसे आज मार डालेगा. वह हाथी की देखभाल कर रहा था. जैसे ही उसके पानी पिलाने गया, हाथी ने उसे उठाकर पटक दिया. घटना के बाद घायल रतीश को तुरंत पास के ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.

डरावना है चंद्रशेखरन का इतिहास: पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि हाथी शुरुआत से ही थोड़ा गुस्से वाला है. पहले भी वह इस तरह की घटना को अंजाम दे चुका है. अपने उग्र स्वभाव की वजह से वह पिछले 3 दशकों से एक यार्ड में रह रहा था. उसे कहीं बाहर नहीं ले जाया था. बताया जा रहा कि हाथी चंद्रशेखरन इससे पहले भी महावत, सिनेमा और साथी हाथियों पर हमला कर चुका है. जब उसे फेस्टिवल के लिए ले जाया रहा था.

कहां रहता है चंद्रशेखरन?- गौरतलब है कि गुरुवायुर में हाथी का ये कैंप मंदिर प्रशासन चलाता है. यहां अभी चंद्रशेखरन सहित लगभग 60 हाथी रहते हैं. यहां कई प्रकार के फेस्टिवल्स के लिए हाथियों को ट्रेन भी किया जाता है. यहां से कई हाथी जुलूसों और धार्मिक यात्राओं में जाते हैं.

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