हम आपको हिंदू धर्म के अनुसार कलयुग की एक महत्वपूर्ण धारा के बारे में जानकारी देते हैं। कलयुग के युग में भगवान के रूप में श्री हनुमान जी का अत्यंत महत्व है

Nodpot News Karnal: हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा और मंत्रोच्चारण को बहुत महत्व दिया गया है। मान्यता है कि देवी-देवताओं के मंत्रों का जाप करने से मनुष्य के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। विशेषकर कलयुग में भगवान हनुमान जी को सर्व कष्टहर्ता माना जाता है। कहा जाता है कि वे अभी भी धरती पर सशरीर विचरण करते हैं।
भक्त लोग भगवान हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। हनुमान चालीसा में भक्तों की सभी समस्याओं का समाधान छिपा हुआ है। यदि कोई भक्त पूरे मनोयोग से हनुमान जी का ध्यान करते हुए चालीसा का पाठ करे, तो उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। आइए, जानते हैं कि व्यक्ति की कौन सी चार पीड़ाएँ हैं, जिनका निवारण हनुमान चालीसा की चौपाइयों में निहित है:
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ
यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से बीमार चल रहा है, तो उसे सुबह-शाम १०८ बार "नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमिरे हनुमंत बलबीरा" चौपाई का जाप करना चाहिए। साथ ही मंगलवार को पूरी हनुमान चालीसा का पाठ भी किया जा सकता है।
भय एवं आतंक
अगर किसी को किसी भी प्रकार का डर या आतंक सता रहा हो, तो उसे "भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे" चौपाई का १०८ बार जाप करना चाहिए।
शक्ति प्राप्ति
यदि कोई व्यक्ति अधिक शक्ति प्राप्त करना चाहता है, तो उसे हर दिन ब्रह्म मुहूर्त में "अष्ट सिद्धि नवनिधि के दाता, अस बर दीन जानकी माता" चौपाई का आधे घंटे तक जाप करना चाहिए।
धन और विद्या प्राप्ति
यदि कोई व्यक्ति धन-संपदा या विद्या प्राप्त करना चाहता है, तो उसे "यह बिद्यावान गुणी अति चातुर, राम काज करीबे को आतुर" चौपाई का १०८ बार जाप करना चाहिए।
इस प्रकार, हनुमान चालीसा की विभिन्न चौपाइयों का जाप करके भक्त अपने जीवन की अनेक समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। भगवान हनुमान अपने भक्तों की पुकार सुनते हैं और उनकी रक्षा करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। भक्ति और विश्वास के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं और मनुष्य को सफलता तथा सुख-शांति की प्राप्ति होती है।