रोहित शर्मा-विराट कोहली अब वर्ल्ड कप जीतने वाली है हिटमैन और किंग की जोड़ी

रोहित शर्मा उस भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान हैं जो विश्व चैंपियन बनने के बहुत करीब है। यही वो टीम है जो पहले विराट कोहली के कप्तानी में खेलती थी। दो दोस्तों रोहित और विराट की ये जोड़ी अब मिलकर दुनिया में क्रिकेट की बादशाहत करने जा रही है।

 
world cup 2023

Nodpot News विराट कोहली का एक इंटरव्‍यू है, गौरव कपूर के साथ। उसमें वह बताते हैं वह 2007 का T20 वर्ल्ड कप देख रहे थे। उन दिनों एक प्लेयर के बड़े चर्चे थे, नाम था रोहित शर्मा। विराट भी उस समय तक सुर्खियां बटोरने लगे थे। वह हैरान थे कि रोहित का इतना चर्चा क्यों है। फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच हुआ। उस मैच में रोहित की बैटिंग देखकर कोहली को अहसास हुआ कि आखिर वैसा क्यों था। बकौल विराट, 'मैं सोफे से चिपका रह गया, उससे मेरा मुंह हमेशा के लिए बंद हो गया था।' रोहित का सितारा इसके बाद धुंधला हुआ और विराट का चमक उठा। 2011 वर्ल्ड कप में रोहित का सिलेक्शन नहीं हुआ, विराट खेले और विश्व विजेता टीम का हिस्सा बने। टीम में दोनों साथ आए तो दोस्‍ती ऐसी गहरी हुई कि जय-वीरू कहलाए। विराट कप्तान बने तो रोहित की ओपनिंग पोजिशन सेटल हो गई। दोनों की जोड़ी वनडे क्रिकेट में धमाल मचा रही थी। बीच में खबरें अनबन की भी आईं लेकिन दोनों ने कुछ नहीं कहा। जब रोहित कप्तान हुए तो दुनिया का सर्वश्रेष्‍ठ बल्‍लेबाज उनकी टीम में था। दोनों ने मिलकर वर्ल्ड कप जीतने का सपना देखा। अब वह सपना बस एक कदम दूर है।

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एक साल में बहुत मैच्‍योर हो गए हैं किंग कोहली 


करीब साल भर पहले, भारतीय क्रिकेट टीम के ड्रेसिंग रूम में काफी बातें हो रही थीं। राहुल द्रविड़ नए-नए कोच बने थे और रोहित नए कप्‍तान। कप्तानी गंवा चुके विराट कोहली का रुतबा 'किंग' का था। उन्‍होंने खुलकर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी थी, फॉर्म में भी नहीं थे।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, द्रविड़ को समझ आया कि क्‍या करना है। उन्‍होंने बोर्ड को पैडी अप्टन के लिए मनाया। अप्टन वह शख्स हैं जो 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली एमएस धोनी वाली टीम के साथ थे। साल भर में काफी कुछ बदल गया।
आज के हालात देखिए। विराट कोहली मानते हैं कि अप्टन ने उनकी सोच बदलने में काफी मदद की। अप्टन ने ही विराट को समझाया कि लंबे करियर में ऐसी चीजें होती हैं और उतार-चढ़ाव को स्वीकार करना चाहिए।
अप्‍टन की एक सलाह कोहली ने गांठ बांध ली, 'वही चीजें करते रहिए जो आप तब कर रहे थे जब आप अच्छी क्रिकेट खेल रहे थे।' कोहली का इतना समझना ही रोहित और द्रविड़ की टीम के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
अगर रविवार को जीते यह तो भारत का सबसे दबदबे वाला वर्ल्ड कप होगा। 711 रनों के साथ कोहली पहले से ही वर्ल्‍ड कप के हाईएस्ट स्कोरर हैं। साल भर पहले जो अंधेरा था, वह छंट चुका है और भारतीय क्रिकेट का सूरज पूरी दुनिया पर छा जाने को तैयार है।​

 

टीम इंडिया की सफलता का राज़ है रोहित और विराट की दोस्ती

विराट ने नई भूमिका में खुद को स्वीकार कर लिया। वह कप्तान नहीं थे, मगर लीडर जरूर थे। रोहित और द्रविड़ ने उन्‍हें वह स्‍पेस दिया जो उनके लेवल के प्लेयर को मिलना चाहिए। 2023 वर्ल्ड कप में भारत की सफलता के पीछे रोहित-विराट की दोस्ती ने अहम भूमिका निभाई। दोनों ने ही किसी अफवाह, अनबन और पेशेवर उतार-चढ़ावों को आपसी संबंधों पर हावी नहीं होने दिया। यही दोस्ती शायद रविवार को भारतीय क्रिकेट में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ेगी।
 

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