
Rajasthan Vidhansabha: आखिरकार क्यों राजस्थान विधानसभा में कभी भी पूरे 200 विधायक एक साथ नहीं बैठ पाते? क्या राजस्थान की विधानसभा में भूत प्रेत का साया है,क्या यह आलीशान विधानसभा श्मशान की जमीन पर बनी है,क्या वाकई इस विधानसभा के भीतर वास्तु दोष है.करणपुर से कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के बाद फिर वहीं रिवाज बन गया है.क्योकि अबकी बार भी चुनाव 200 नहीं बल्कि 199 सीटों ही पर ही होगा.
क्या विधानसभा पर काली हवाओं का साया?:
राजस्थान की विधानसभा पर काली हवाओं का साया. इस विधानसभा में भूत प्रेत का कनेक्शन. क्योंकि कभी भी 200 विधायक एक साथ नहीं बैठे सदन में...ये सवाल इसलिए उठ रहे है क्योकि कभी किसी न किसी विधायक की मौत हो जाती है या फिर सरकार पर सियासी संकट मंडराता है. विधायक—मंत्री जेल तक चले जाते है.अबकी बार भी कुछ इसी तरह का अजीबोगरीब इत्तेफाक हुआ है.2013 और 2018 के चुनावों के साथ इस बार के चुनावों में भी सभी 200 सीटों पर मतदान नहीं होगा. सिर्फ 199 सीटों पर मतदान होगा.क्योकि अबकी बार भी मतदान से पहले किसी एक सीट पर किसी एक पार्टी के उम्मीदवार का देहांत हो गया.इस बार भी राजस्थान की विधानसभा करणपुर से कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के बाद एक फिर वही पुराना रिवाज दोहराएगी.2018 में पहली बार सदन में भूत प्रेत का मुद्दा भी उठा.
23 साल में 15 विधायकों का निधन, 5 को जेल:
साल 2000 में नई बिल्डिंग में विधानसभा भवन शिफ्ट होने के बाद से ही यह संयोग है कि यहां कभी 200 विधायक एक साथ नहीं बैठे. अब तक 15 विधायकों की मौत हो चुकी है. वहीं 5 विधायक हत्या जैसे मामलों में जेल जा चुके हैं. साल 2008 से 2013 में कांग्रेस राज में किसी विधायक का निधन नहीं हुआ,लेकिन चार विधायक अलग-अलग कारणों से जेल चले गए.इस 2018 से 2023 के कार्यकाल में 6 विधायकों का निधन हुआ.
5 साल में 6 विधायकों का निधन:
सहाड़ा से कैलाश त्रिवेदी,सुजानगढ से मास्टर भंवरलाल मेघवाल,राजसमंद से किरण माहेश्वरी,वल्लभनगर से गजेंद्र सिंह शक्तावत,धरियावद गौतम मीणा,सरदारशहर पं.भंवरलाल शर्मा का निधन हुआ.जिसके बाद उपचुनाव करवाने पडे.
तांत्रिक को बुलाया था विधानसभा में:
नागौर के पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान ने ने कहा था कि विधानसभा में भूत-प्रेत का साया है. यही बात तत्कालीन मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर भी कह चुके हैं.यहां तक कि विधानसभा भवन में भूत-प्रेत का साया ढूंढने के लिए साल 2018 में एक कथित तांत्रिक को भी बुलाया गया था.साल 2008 के विधानसभा चुनाव में मात्र 1 वोट से वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीपी जोशी को हराकर चर्चा में रहे नाथद्वारा विधायक कल्याण सिंह चौहान के निधन के बाद विधानसभा में भूत-प्रेत,वास्तु दोष का मामला उठा.साथ ही, दोष दूर करने के लिए अनुष्ठान करवाने की मांग भी उठी थी.